Bcom 2nd year cost contral and Integrated Accounts notes

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Bcom 2nd year cost contral and Integrated Accounts notes

एकीकृत लेखों का अर्थ

(Meaning of Integrated Accounts) –

एकीकृत लेखांकन की ऐसी प्रणाली जिसमें वित्तीय लेखे एवं लागत लेखे एक साथ एक ही ..

खाता पुस्तकों में रखे जाते हैं । एकीकृत लेखेकहलाते हैं । इस प्रणाली के अन्तर्गत लेखे इस प्रकार रखे जाते हैं कि उत्पादित वस्तुओं की विस्तृत लागत भी ज्ञात की जा सकती है। साथ ही रोकड देनदार व्ययों आदि के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी प्राप्त होती रहती है।

इन्स्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट एण्ड मैनेजमेण्ट एकाउण्टेण्ट्स, इंग्लैण्ड (Institute of cost and Management Accounts, England) के अनुसार, “एकीकृत लेखांकन पद्धति एक ऐसी पद्धति है जिसमें यह सुनिश्चित करने के लिए कि सभी सम्बन्धित व्यय लागत लेखों में

अवशोषित कर लिए गये हो, वित्तीय एवं लागत लेखे अन्तर-संयोजित किये जाते हैं।”

इस प्रकार यह कहा जा सकता है कि एकीकृत लेखांकन पद्धति का आशय उस लेखांकन : पद्धति से है जिसमें वित्तीय एवं लागत व्यवहारों का लेखा एक ही खाताबही, जिसे एकीकृत खाताबही कहते हैं, में किया जाता है और उनके द्वारा प्रत्येक वस्तु, उपकार्य,प्रक्रिया की लागत. विश्लेषण करके व्यवसाय की सामूहिक स्थिति जानने के लिए लाभ-हानि खाता तथा आर्थिक चिट्ठा तैयार किया जाता है।

एकीकृत लेखांकन पद्धति की खाताबहियाँ एवं खाते :

(Ledger and Accounts in Integral Accounting System)

(1) उपरिव्यय नियन्त्रण खाता (Overheads Control Account)

कारखाना, कार्यालय एवं प्रशासन, बिक्री एवं वितरण उपरिव्ययों के लिए पृथक्-पृथंक नियन्त्रण खाते भी ‘खोले जा सकते हैं या सबके लिए एक उपरिव्यय नियन्त्रण खाता भी खोला जा सकता है। कारखाना उपरिव्यय से चालू कार्य खाता को डेबिट और इस खाते को क्रेडिट किया जाता है। प्रशासन उपरिव्यय से लाभ-हानि खाता को डेबिट और इस खाते को क्रेडिट किया जाता है । बिक्री एवं वितरण उपरिव्यय से बिक्री की लागत खाता को डेबिट और इस खाते को क्रेडिट किया जाता

(2) बिक्री लागत नियन्त्रण खाता (Cost of Sales Control Account)-

बेचे गए माल की लागत से इस खाते को डेबिट तथा निर्मित माल नियन्त्रण खाते को केडिट किया जाता 

इसे प्रारम्भिक शेष एवं उत्पादन व्यय से डेबिट किया जाता है तथा निर्मित माल की लागत से क्रेडिट किया जाता है । शेष बचने पर अगले वर्ष ले जाते हैं । यह उपकार्य खाते का स्थान लेता है। .

(3) मजदूरी नियन्त्रण खाता (Wages Control Account)-

इसे दी गई एवं उपार्जित मजदूरी की राशि से डेबिट किया जाता है और चालू कार्य खाता क्रेडिट किया जाता है । अप्रत्यक्ष मजदूरी के लिए उपरिव्यय नियन्त्रण खाते को डेबिट और मजदूरी नियन्त्रण खाते को क्रेडिट किया जाता है।

(8) सामान्य खाता बही (General Ledger)-

इस खाता बही में उपरोक्त सभी सहायक खाता बहियों के नियन्त्रण खाते रखे जाते हैं साथ ही पूर्णतः वित्तीय खाते जैसे रोकड़ खाता, पूँजी खाता, स्थायी सम्पत्तियों के खाते, आदि रखे जाते हैं । लागत खाता बही नियन्त्रण खाता तथा सामान्य खाता बही समायोजन खाता खोलने की कोई आवश्यकता नहीं रहती । इस खाता बही में रखे जाने वाले प्रमुख खाते निम्नलिखित हैं : –

(i) स्टोर्स खाता बही नियन्त्रण खाता (Stores Ledger Control A/c)

(ii) चालू कार्य खाता बही नियन्त्रण (Work-in-Progress Ledger Control A/c)

(iii) स्टॉक खाता बही नियन्त्रण खाता (Stock Ledger Control A/c)

(iv) मजदूरी नियन्त्रण खाता (Wages Control A/c)

(v) प्रत्येक उपरिव्यय के लिए पृथक नियन्त्रण खाता

(vi) देनदारों का नियन्त्रण खाता (Debtors Control A/c)

(vii) लेनदारों का नियन्त्रण खाता (Creditors Control A/c)

(viii) अंश पूँजी खाता, रोकड़ खाता, बैंक खाता, प्रत्येक स्थायी सम्पत्ति का खाता, ह्रास प्रावधान खाता,छूट खाता (Discount A/c), अदत्त व्यय खाता,पूर्वदत्त व्यय खाता,लाभ-हानि खाता,आदि अन्य खाते।

गैर–एकीकृत तथा एकीकृत लेखांकन पद्धतियों में रोजनामचा प्रविष्टियाँ 

(Journal Entries in Non-integral and integral accounting system)

गैर-एकीकृत तथा एकीकृत लेखांकन पद्धतियों के अन्तर्गत की जाने वाली रोजनामचा प्रविष्टियाँ अग्रलिखित सारणी में प्रदर्शित हैं

लागत नियंत्रण लेखांकन से आशय एवं परिभाषा

(Meaning and Definition of Cost Control Accounting)

लागत-नियंत्रण लेखांकन प्रणाली से आशय एक ऐसी प्रणाली से है। जिसमें लेखा पुस्तकों के दो समूह रखे जाते हैं । एक समूह वित्तीय लेखों से सम्बन्धित होता है और दूसरा समूह लागत लेखों से सम्बन्धित होता है।

छोटे उत्पादक वित्तीय एवं लागत लेखे अलग-अलग नहीं रखते। वे वित्तीय लेखों के साथ ही लागत सम्बन्धी लेखें तैयार कर लेते हैं। इसके लिये विविध व्ययों श्रम, सामग्री आदि के विस्तृत लेखे रखे जाते हैं । ऐसे छोटे उत्पादक एक या दो वस्तुओं का निर्माण करते हैं इस विधि से कार्य करके समय श्रम एवं व्ययों में बचत करते हैं। किन्तु बड़े उत्पादकों को दोनों प्रकार के लेखे अलग-अलग रखने पड़ते हैं।

बी. के. भर के अनुसार “अ-एकीकृत लेखांकन प्रणाली के अन्तर्गत चूँकि लागत और वित्तीय लेखों के लिए पृथक बहियां रखी जाती हैं। लागत लेखा पालक लागत व्यवहारों के अभिलेखन के लिए उत्तरदायी होता है । जबकि वित्तीय लेखापालक वित्तीय अभिलेखों का प्रभारी होता है।”Bcom 2nd year cost contral and Integrated Accounts notes

लागत-नियंत्रण लेखे

(Cost Control Accounts) .

1) विक्रय की लागत खाता (Cost Of Salcs Account)

निर्मित माल बेच दिया जाता है उसकी लागत से यह खाता डेबिट किया जाता है तथा वाले बिक्री एवं वितरण व्यय भी इस खाते में डेबिट कर देते हैं । कुल बिक्री की राशि क्रेडिट किया जाता है। बिक्री का लाभ इस खाते को डेबिट करके लागत लाभ हस्तांतरित कर दिया जाता है।

(2) लागत लाभ-हानि खाता (Costing Profit and LOSS Account)

निती लाभ की राशि से यह खाता क्रेडिट करते हैं, असामान्य लाभ (Abnormal nine हई वृद्धि इस खाते में क्रेडिट करते हैं तथा असामान्य हानियाँ जैसे असामान्य क्षय सिर का वेतन आदि इस खाते में डेबिट करते हैं। उपरिव्यय समायोजन खाते के शेष अथवा उपरिव्यय. कार्यालय उपरिव्यय व बिक्री तथा वितरण उपरिवय्य खातों के शेष भी हस्तांतरित किये जाते हैं । अन्त में शुद्ध लाभ या शुद्ध हानि लागत खाताबही नियन्त्रण हस्तांतरित कर दी जाती है।


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