Bcom 3rd Year Management of Receivables

Bcom 3rd Year Management of Receivables प्राप्यों का अर्थ वर्ष के अन्त तक उधार विक्रय की न वसूल की गई राशि ‘प्राप्य’ कहलाती है जिसमें मुख्यतः देनदारों (Debtors) एवं प्राप्य बिलों (Bills Receivables) को सम्मिलित किया जाता है। इन प्राप्यों का व्यवसाय की चालू सम्पत्तियों में महत्त्वपूर्ण स्थान होता है। सामान्यतया कुल चालू सम्पत्तियों में … Read more