Body Contact in Business communication pdf
शारीरिक स्पर्श (Body Contact ) In Business communication
स्पर्श सम्प्रेषण का प्राथमिक स्वरूप है। शरीर के विभिन्न हिस्सों में स्पर्श विभिन्न प्रकार के सम्प्रेषण को सम्प्रेषित करते हैं, साथ ही स्पर्श क्रिया पर स्थान का भी प्रभाव पड़ता है। इसके अन्तर्गत टक्कर मारना, भिड़ जाना, धक्का देना, पकड़ना / धारण करना, थपथपाना/टहोकना, हाथ मिलाना, आलिंगन करना इत्यादि क्रियाएँ सम्मिलित हैं। इनका प्रयोग कई प्रकार के सम्बन्धों व स्थितियों को व्यक्त करता है जैसे विभिन्न व्यक्तियों का सार्वजनिक या निजी स्थानों पर स्पर्श करना, कौन व्यक्ति किसको स्पर्श कर रहा है व उनके बीच क्या सम्बन्ध है आदि बातें भी शारीरिक स्पर्श के विभिन्न पहलुओं को जन्म देती हैं। डॉक्टर व मरीज के बीच शारीरिक स्पर्श, पति-पत्नी के बीच शारीरिक स्पर्श, आशीर्वाद के रूप में दिया गया शारीरिक स्पर्श इत्यादि में शारीरिक स्पर्श के विभिन्न पहलू विद्यमान हैं।
शारीरिक स्पर्श की श्रेणियाँ
(Classes of Body Contact)
जॉन्स व मार्वग ने शारीरिक स्पर्श क्रियाओं के विश्लेषण के आधार पर शारीरिक स्पर्श की निम्नलिखित पाँच श्रेणियाँ बताई हैं
1. नियन्त्रण – सावधान व अनुपालन ।
2. सजीवता – परिहास व प्रसन्नता / जिन्दादिली ।
3. अनुष्ठानिक – संस्कार, विधि या धार्मिक आवश्यकताओं के लिए; जैसे— शुभकामनाएँ व मृत्यु / प्रयाण सम्बन्धी |
4. अनुकूल प्रभाव – सम्मान, प्रशंसा, लगाव, आश्वासन, प्रशिक्षण या मौन रुचि। 5. कार्य सम्बन्धी – नियमित कार्य से सम्बन्धित; जैसे- नर्स द्वारा नब्ज का देखा जाना। इसके अतिरिक्त प्रतिकूल प्रभावी व आक्रमणशील स्पर्श भी होते हैं; जैसे—क्रोधवश हाथ उठाना, धक्का देना, मुक्का मारना इत्यादि।