Sales Promotion Meaning and Definition in Hindi
विक्रय संवर्द्धन का अर्थ एवं परिभाषा
विक्रय संवर्द्धन के अन्तर्गत विज्ञापन, व्यक्तिगत विक्रय एवं प्रचार को छोड़कर उन सभी क्रियाओं को सम्मिलित किया जाता है जो वितरकों एवं उपभोक्ताओं को सम्बन्धित व्यावसायिक उपक्रम की उत्पादों अथवा सेवाओं की ओर आकर्षित करती हैं ताकि उपक्रम की विक्रय मात्रा में वृद्धि हो सके। इस सम्बन्ध में ध्यान रखने योग्य महत्त्वपूर्ण बात यह है कि ऐसी क्रियाएँ व्यवसाय में सदैव नहीं बल्कि कभी-कभी ही सम्पन्न की जाती हैं। उदाहरण के लिये, प्रतियोगिता आयोजन, प्रदर्शन, नमूने बाँटना, भेंट कूपन एवं मुफ्त उपहार देना आदि को विक्रय संवर्द्धन में सम्मिलित किया जाता है। Sales Promotion Meaning and Definition in Hindi
विक्रय संवर्द्धन को विभिन्न विद्वानों ने निम्न प्रकार परिभाषित किया है-
फिलिप कोटलर (Philip Cotler) के अनुसार, “विपणन संवर्द्धन में विपणन मिश्रण के वे सभी तत्व निहित होते हैं जिनका प्रमुख उद्देश्य प्रेरणादायक सम्प्रेषण करना होता है।”
मैसन एवं रथ (Masson and Rath) के अनुसार, “विक्रय संवर्द्धन में उन सभी क्रियाओं को सम्मिलित किया जाता है जो कम्पनी के माल या सेवाओं के विक्रय हेतु उपभोक्ताओं के ध्यान को अपनी ओर आकर्षित कर सकें।”
अमेरिकन मार्केटिंग एसोसिएशन (American Marketing Association) के अनुसार “विक्रय संवर्द्धन में व्यक्ति की विक्रय, विज्ञापन तथा प्रचार के अतिरिक्त वे सभी क्रियाएँ आती हैं जो उपभोक्ता के क्रय एवं विक्रेता की तत्परता को प्रोत्साहित करती हैं, जैसे-सजावट, तमाशे एवं नुमाइशें, प्रदर्शन तथा विभिन्न अनावर्तक विक्रय प्रयत्न जो दैनिक जीवन में नहीं किए जाते।”
विक्रय संवर्द्धन की विशेषताएँ (Characteristics of Sales Promotion)
विक्रय संवर्द्धन की कुछ प्रमुख विशेषताएँ इस प्रकार हैं-
(1) विक्रय संवर्द्धन व्यक्तिगत विक्रय, विज्ञापन एवं प्रचार को सम्मिलित नहीं किया जाता।
(2) विक्रय संवर्द्धन की क्रियाएँ व्यवसाय की दैनिक क्रियाएँ नहीं होती, अपितु ये अनियमित क्रियाएँ होती हैं जो विक्रय में वृद्धि करने के लिए कभी-कभी सम्पन्न की जाती हैं।
(3) विक्रय संवर्द्धन- क्रियाओं से विज्ञापन और व्यक्तिगत विक्रय में सहायता – मिलती है एवं इनको प्रभावी बनाया जाता है।
(4) विक्रय संवर्द्धन में भेंट, कूपन, प्रदर्शनी, क्रियात्मक प्रदर्शन, मेलों में विक्रय प्रतियोगिताएँ, मुफ्त उपहार आदि को सम्मिलित किया जाता है।
(5) विक्रय संवर्द्धन की क्रियाएँ विक्रेता को माल का अधिकाधिक विक्रय करने के लिये प्रेरित करती हैं।
(6) विक्रय संवर्द्धन की क्रियाएँ उपभोक्ताओं को क्रय करने के लिये प्रेरित करती हैं।
विक्रय संवर्द्धन के उद्देश्य (Objects of Sales Promotion )
विक्रय संवर्द्धन के प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित हैं-
(1) किसी नये उत्पाद को बाजार में प्रवेश कराने में सहायता पहुँचाना।
(2) नये उपभोक्ताओं (ग्राहकों) को माल क्रय करने के लिए आकृष्ट करना
(3) वर्तमान उपभोक्ताओं (ग्राहकों) को सदैव के लिए स्थायी ग्राहक बनाना एवं उन्हें अधिक मात्रा में माल क्रय करने के लिए प्रेरित करना।
(4) मध्यस्थों (जैसे-फुटकर विक्रेता तथा थोक विक्रेता आदि) को अधिकाधिक माल को क्रय करने के लिए प्रेरित करना।
(5) उपक्रम के विक्रेताओं को माल को अधिकाधिक विक्रय करने के लिए प्रेरित करना।
(6) विशेष मौसम के फलस्वरूप विक्रय की कमी को कुछ अंशों तक दूर करना।
(7) प्रतिस्पर्धी व्यवसायियों के विक्रय संवर्द्धन की नीतियों के प्रति जवाबी कार्यवाही करना
(8) विक्रय एवं विज्ञापन के मध्य समन्वय स्थापित करना।
(9) बाजार अनुसंधान करना।
(10) विक्रय कार्यक्रम को निर्धारित करना एवं उसका क्रियान्वयन करना।
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