After Sales Service Meaning in Hindi

विक्रयोपरान्त सेवाओं का अर्थ (After Sales Service Meaning in Hindi)

विक्रयोपरान्त सेवा (After-Sales Service)

वर्तमान समय में विपणन क्रियाओं का आधार उपभोक्ताओं को सदैव सन्तुष्ट रखना है जिसके लिए उनको विक्रय के बाद सेवा प्रदान की जाती है जिसमें मुफ्त मरम्मत, वस्तु की मुफ्त सफाई या समय से पूर्व वस्तु के खराब होने पर उसको बदलने या मूल्य वापिस करने की सुविधा शामिल है। विक्रय उपरान्त सेवा की व्याख्या विक्रय नीति के अन्तर्गत की जाती है। इस प्रकार विक्रय उपरान्त सेवा से आशय है कि वह सेवा जो ग्राहक को विक्रेता के द्वारा विक्रय के बाद प्रदान की जाती है। साधारणतया यह सेवा मुफ्त होती है परन्तु कुछ विक्रेता इसको रियायती मूल्य पर देते हैं। जब कोई विक्रेता इस प्रकार की नीति अपनाता है तो उसे विक्रय के उपरान्त सेवा की नीति कहते हैं। After Sales Service Meaning in Hindi इस सेवा को गारण्टी सेवा भी कहते हैं जो कि लिखित होती है। भारत देश में इस प्रकार की सेवा रेडियो, टेलीविजन, पंखे, सिलाई की मशीन, स्कूटर, रेफ्रीजरेटर एवं मोटर कार आदि के सम्बन्ध में प्रदान की जाती है।

After Sales Service Meaning in Hindi

विक्रयोपरान्त सेवा का महत्त्व

(Importance of After-Sales Services)

(अ) ग्राहकों की दृष्टि से महत्त्व :

(1) विक्रयोपरान्त सेवाओं से ग्राहकों को सन्तुष्टि प्राप्त होती है।

(2) विक्रयोपरान्त सेवाओं से ग्राहकों की उत्पाद तथा निर्माता दोनों के प्रति विश्वास में वृद्धि होती है।

(3) यदि खरीदा हुआ उत्पाद खराब हो जाता है तो विक्रयोपरान्त सेवाओं में उसको बदले जाने/नि:शुल्क मरम्मत की सुविधाएँ आदि विद्यमान रहती हैं।

(4) विक्रयोपरान्त सेवाएँ ग्राहकों को क्रय करने में लगने वाले समय की बचत करती हैं जैसे—ग्राहक टाटा कम्पनी द्वारा निर्मित कोई भी उत्पाद केवल टाटा के नाम से ही खरीदने के लिये तैयार हो जाता है।

(ब) विक्रेताओं की दृष्टि से महत्त्व :

(1) विक्रयोपरान्त सेवाएँ प्रदान किये जाने से ग्राहकों की निगाह में विक्रेताओं/निर्माताओं की ख्याति में वृद्धि होती है।

(2) सामान्यत: उत्पाद के विक्रय में विक्रेता का काफी समय व्यतीत होता है किन्तु विक्रयोपरान्त सेवाओं के परिणामस्वरूप विक्रय-वार्तालाप सरल, सुविधाजनक एवं शीघ्र समाप्त हो जाता है।

(3) विक्रयोपरान्त सेवाओं के कारण विक्रेताओं/निर्माताओं के विक्रय-क्षेत्र में निरन्तर वृद्धि होती है। बाजार का क्षेत्र राष्ट्रीय से अन्तर्राष्ट्रीय रूप धारण कर लेता है।

(4) विक्रयोपरान्त सेवाएँ ग्राहकों के विश्वास को अर्जित करने में सरलता एवं सुविधा प्रदान करती हैं। यदि उत्पाद दूषित निकलता है तो वह उसे सरलता से बदल सकता है अथवा नि:शुल्क/रियायती दरों पर उसकी मरम्मत करा सकता है। ऐसे होते हैं जिनके विक्रय हेतु विक्रयोपरान्त सेवाएँ

(5) कुछ उत्पाद आवश्यक हैं, जैसे-स्कूटर, कार, ट्रक, घरेलू उपयोग के यन्त्र, मशीनें, कपड़ा सीने की मशीन, ट्रैक्टर आदि।


related Post

  1. Marketing : An Introduction
  2. Marketing Mix
  3. Marketing Environment
  4. Consumer Behavior
  5. Market Segmentation
  6. Product: Consumer and Industrial Goods
  7. Product Planning
  8. Packaging
  9. Brand Name and Trade Mark
  10. After – Sale Service
  11. Product Life Cycle
  12. Pricing
  13. Distribution Channels
  14. Physical Distribution
  15. Promotion
  16. Sales Promotion
  17. Advertising Media
  18. Personal Selling
  19. International Marketing
  20. International marketing Environment
  21. Identifying and Selecting International Market
  22. Foreign Market Entry Mode Decisions

Leave a comment