Medieval Indian Histotry pdf

मध्यकालीन भारतीय इतिहास ( Medieval Indian Histotry pdf) मध्यकालीन भारत की जानकारी के महत्त्वपूर्ण स्रोत (Significant Source Material of Medieval India) उत्तर–प्राचीनकाल की अपेक्षा मध्यकाल में इतिहास रचना की ओर अधिक ध्यान दिया गया। इस काल के इतिहासकारों और पुरातत्त्वविदों ने आगामी पीढ़ी के लिए अपने अनुभवों को एकत्र किया ताकि सभी को इसका लाभ … Read more

Rajia sultan

Rajia sultan वास्तव में, इल्तुतमिश का कथन पूर्णतया सत्य था क्योंकि उसके सभी पुत्र बड़े अयोग्य और विलासी थे और रजिया ही एक शासक के सर्वगुणों से सम्पन्न थी। फिर भी इल्तुतमिश की मृत्यु होते ही तुर्की अमीरों ने अपने सुल्तान के निर्णय को पलट कर उसके अयोग्य पुत्र रुकनुद्दीन फिरोजशाह को दिल्ली की गद्दी … Read more

Sultan Ghiyasuddin Balban

सुल्तान ग्यासुद्दीन बलबन (Sultan Ghiyasuddin Balban) (1266-1287) “बलबन एक महान योद्धा, राजा तथा राजनीतिज्ञ था, जिसने नवस्थापित मुस्लिम की रक्षा संकटकाल में उसके विनाश होने से की। बलबन भारत के मध्यकालीन इतिहास सदैव एक महान् चरित्र रहेगा।” -डॉ० ईश्वरी प्रसाद बलबन का प्रारम्भिक जीवन (Early Career of Balban) बलबन का वास्तविक नाम बहाउद्दीन था। उसका … Read more

Jalaluddin Khilji

जलालुद्दीन खिलजी (सन् 1290-1296 ई०) (Jalaluddin Khilji, 1290-1296 A.D.)] राज्यारोहण के समय जलालुद्दीन खिलजी की आयु सत्तर वर्ष थी। वह योग्य सैनिक और बलबन के शासनकाल में वह उत्तर-पश्चिम सीमा का मुख्य सेनापति था। मंगोलों के साथ हुए विभिन्न युद्धों में उसने शौर्य और साहस का प्रदर्शन किया था। जब निजामुद्दीन की मृत्यु के पश्चात् … Read more

Problems of Medieval Historiography

मध्यकालीन इतिहास लेखन-विधा  की समस्याएँ (Problems of Medieval Historiography) अरब आक्रमण के समय से ही इतिहास लेखन में अनेक समस्याओं की शुरुआत दिखाई पड़ती है। अलबरूनी से लेकर मिनहाज-उस-सिराज, अमीर खुसरो, बरनी, इब्नबतूता, शम्से-सिराज अफीफ, याहिया-बिन-अहमद सरहिन्दी, अहमद यादगार और फरिश्ता के काल में जहाँ भारतीय इतिहास तमाम उतार-चढ़ाव के साथ एक नए रूप में … Read more

Rise of Turks Notes

तुर्कों का उत्थान (Rise of Turks) अलप्तगीन और सुबुक्तगीन के भारत अभियान अरब लोग भारत के पहले मुसलमान आक्रमणकारी थे, फिर भी उनका आक्रमण भारत के इतिहास में एक प्रासंगिक घटना मात्र ही है। अरबों द्वारा आरम्भ किया गया कार्य तुर्कों ने पूर्ण किया। आठवीं और नवीं शताब्दी में तुर्कों ने बगदाद के खलीफाओं की … Read more