Swadeshi Movement in India

स्वदेशी आन्दोलन (Swadeshi Movement In India) सफल स्वदेशी आन्दोलन भारतीय स्वतन्त्रता आन्दोलन का एक महत्त्वपूर्ण आन्दोलन, रणनीति व दर्शन था। स्वदेशी का अर्थ है-‘अपने देश का’। इस रणनीति के लक्ष्य ब्रिटेन में बने माल का बहिष्कार करना तथा भारत में बने माल का अधिकाधिक प्रयोग करके साम्राज्यवादी ब्रिटेन को आर्थिक हानि पहुँचाना व भारत के … Read more

Immortal Pride of Indian Revolutionaries: Cellular Jail and Kalapani Punishment

Immortal Pride of Indian Revolutionaries: Cellular Jail and Kalapani Punishment भारतीय क्रान्तिवीरों की अमर गौरवगाथा : सेल्यूलर जेल और कालेपानी की सजा भारत के क्रान्तिकारियों द्वारा आजादी के लिए लड़ी गई लड़ाई वास्तव में रोंगटे खड़े कर देने वाली अविस्मरणीय गौरवगाथा है। देश के असंख्य किशोर-किशोरियों, युवक और नवयौवनाओं ने अपना सर्वस्व देश की खातिर … Read more

ba 2nd year shershah suri notes

ba 2nd year shershah suri notes शेरशाह का प्रारम्भिक जीवन  शेरशाह अत्यन्त साधारण स्थिति से ऊपर उठा था। अब्बास सरवानी ने अपनी पुस्तक ‘तारीखे-शेरशाही’ में शेरशाह के बचपन का वर्णन किया है। शेरशाह के बचपन का नाम फरीद था। वह इब्राहीम सूर का पोता था। उसके पिता का नाम हसन था। उसका जन्म 1472 ई० … Read more

ba 2nd year akbar notes

ba 2nd year akbar notes अकबर का परिचय  (Introduction of Akbar) अकबर का जन्म 1542 ई० में अमरकोट नामक स्थान पर हुआ था। उसकी माता का – इमोदा बान बेगम तथा पिता का नाम हुमायूँ था। अकबर के जन्म के विषय में जामीन अहमद ने लिखा है-“हुमायूँ के पुत्र का जन्म 5 रज्जब, 949 (15 अक्टूबर, … Read more

BA 2ND YEAR HISTORY NOTES

BA 2ND YEAR HISTORY NOTES Ch. Charan Singh University, Meerut HISTORY Political History of Medieval India        (1526-1740 A.D.) COMING SOON इकाई-एक 1. मध्यकालीन भारत के इतिहास के स्रोत 2. मध्यकालीन भारतीय इतिहास लेखन-विभिन्न उपाय 3. उत्तर भारत-राजनीतिक परिदृश्य  इकाई-दो 4. बाबर – 1– 2– 3 5. हुमायूँ 6. शेरशाह सूरी 7. अकबर : विजयें, … Read more

BA 2ND YEAR ARCHAEOLOGICAL SOURCES NOTES

BA 2ND YEAR ARCHAEOLOGICAL SOURCES NOTES पुरातात्त्विक स्रोत  (Archaeological Sources) मध्यकालीन भारतीय इतिहास के प्रमुख पुरातात्त्विक स्रोतों में मुद्राएँ एवं स्मारकों का उल्लेख किया जा सकता है।  मुद्राएँ-वी०ए० स्मिथ के अनुसार “छापी गई मुद्राएँ अपनी मौन भाषा में यह बताती हैं कि उनको गढ़ने वाले व्यक्ति अधिकारी नहीं थे। मुद्राएँ शिल्प संघ या सुनारों द्वारा … Read more