Meaning of Grapevine Communication pdf Notes
अंगूरीलता सम्प्रेषण का आशय
अंगूरीलता सम्प्रेषण अनौपचारिक सम्प्रेषण का ही एक रूप है। सामाजिक मनोविज्ञान के अनुसार व्यक्ति की स्वाभाविक प्रकृति सामाजिक ही होती है। अधिकांश व्यक्ति सामूहिक रूप से मिलने एवं बातचीत करने के अवसरों को नहीं खोना चाहते। किसी व्यवसाय एवं संगठन में साथ-साथ कार्य करने वाले व्यक्ति शनैः शनैः अनौपचारिक ढंग से आपस में मिल-बैठकर व्यवसाय के सम्बन्ध में सन्देशों का आदान-प्रदान करते हैं। यह सम्प्रेषण अवकाश के क्षणों में अथवा भोजनावकाश में, सार्वजनिक एवं सामाजिक कार्यक्रमों में, क्लबों एवं पार्टियों में अथवा जब कभी भी उसे अवसर प्राप्त होता है, सम्प्रेषण करते हैं। इस सम्प्रेषण में जहाँ एक ओर तथ्यपूर्ण एवं सार्थक विषयों पर चर्चाएँ होती हैं, वहीं दूसरी ओर गप्पबाजी तथा अफवाहों का बाजार भी गर्म होता है।
अंगूरीलता सम्प्रेषण की विशेषताएँ (Characteristics of Grapevine Communication)
अंगूरीलता सम्प्रेषण की प्रमुख विशेषताएँ अग्रलिखित हैं-
(1) अंगूरीलता सम्प्रेषण की स्थायी रूपरेखा नहीं होती।
(2) अंगूरीलता सम्प्रेषण सत्य के निकट हो भी सकता है और नहीं भी क्योंकि इसमें सुनी-सुनाई सूचनाओं का प्रसारण होता है।
(3) अंगूरीलता सम्प्रेषण में कुछ-न-कुछ मिलावट अवश्य ही होती है। जितने अधिक व्यक्तियों के मध्य से होकर यह सन्देश गुजरता है, उतना ही अधिक यह विकृत हो जाता है। ( 4 ) अंगूरीलता सम्प्रेषण प्राचीनतम प्रणालियों में से एक है और वर्तमान परिप्रेक्ष्य में इसका अधिक महत्त्व भी है।
(5) अंगूरीलता सम्प्रेषण में सामान्य, गोपनीय, मूल्यवान् एवं व्यर्थ सभी प्रकार की सूचनाओं का सम्प्रेषण होता है।
(6) अंगूरीलता सम्प्रेषण लम्बवत्, क्षैतिज, कर्णीय (आड़ी-तिरछी) आदि सभी दिशाओं में हो सकता है।
अंगूरीलता सम्प्रेषण के प्रकार
(Types of Grapevine Communication )
कीथ डेविस ने अंगूरीलता सम्प्रेषण श्रृंखला को निम्नलिखित चार वर्गों में विभाजित किया है
1. एकाकी धारा शृंखला (Single Stand Chain) — इसमें एक तीर की तरह एक दिशा में ही सम्प्रेषण होता है जैसे A किसी सन्देश को B से कहता है, B इसी सन्देश को C से कहता है और इस प्रकार यह क्रम सतत रूप से चलता रहता है। प्रत्येक सम्प्रेषण अपनी ओर से इस सन्देश में स्वाभाविक रूप से कुछ मिलावट कर देता है। इसको निम्नांकित चित्र द्वारा दर्शाया जा सकता है-
F
E
D
C
B
A
2. गॉसिप श्रृंखला (Gossip Chain) — गॉसिप श्रृंखला एक गोल चक्र या पहिये की भाँति होती है। इसमें सम्प्रेषण की भूमिका केन्द्र बिन्दु अथवा धुरी पर होती है। वह अपना सम्प्रेषण गॉसिप द्वारा एक साथ कई व्यक्तियों को करता है जो चक्र के किनारों (Rim) पर ( संगठन के विभिन्न स्तरों एवं स्थितियों पर ) होते हैं।