Explain the relationship between business and environment.
व्यवसाय और वातावरण के मध्य सम्बन्ध की व्याख्या कीजिए।
द्रुत गति से आगे बढ़ते हुए औद्योगिक युग में सफलता प्राप्ति हेतु व्यवसाय के क्षेत्र में व्यावसायिक पर्यावरण का अध्ययन एक आवश्यकता बन चुका है। इसके व्यवस्थित अध्ययन द्वारा आन्तरिक वातावरण को तो अपने अनुरूप ढाला ही जा सकता है, साथ ही बाह्य वात वरण की चुनौतियों का भी काफी सीमा तक सफल मुकाबला किया जा सकता है निम्नलिखित कारणों से व्यवसाय और वातावरण के मध्य सम्बन्ध अत्यन्त आवश्यक एवं महत्त्वपूर्ण होता है-
1. परिवर्तनशीलता की जानकारी – आज का औद्योगिक युग एक क्रान्तिकारी युग है। वर्तमान सहज रूप में ही अतीत का वरण कर लेता है। नई वस्तु शीघ्र ही पुरानी हो जाती है। नित नए-नए फैशन बदलते रहते हैं। तकनीक में सुधार आता रहता है। नए उत्पादों की उपलब्धता बढ़ जाती है। इन सब के साथ तारतम्यता स्थापित करने हेतु व्यावसायिक पर्यावरण का अध्ययन आवश्यक हो जाता है। इसका अध्ययन परिवर्तनशीलता की सही जानकारी करा कर उद्योग में लाभकारी स्थिति प्रदान करता है। इन सभी परिवर्तनों की जानकारी हासिल करने के लिए पर्यावरण का अध्ययन करना अत्यन्त आवश्यक है।
2. व्यावसायिक उतार-चढ़ाव का ज्ञान – व्यावसायिक परिवेश में अनेक उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। दूसरे, इन उतार-चढ़ावों की गति / दर भी समान नहीं होती है। कुछ संस्थाओं में यह दर काफी अधिक रहती है; जैसे – कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर। अतः इन सभी उच्चावचनों को जानने के लिए व्यावसायिक पर्यावरण का अध्ययन आवश्यक है।
3. व्यावसायिक विविधताओं एवं जटिलताओं का ज्ञान – व्यवसाय जगत में अत्यधिक प्रतियोगिता का वातावरण है। इस प्रतियोगितात्मक स्वरूप में अनेक जटिलताओं का सामना करना पड़ता है। अनेक जोखिम भरे परिवर्तन व उतार-चढ़ाव देखने को मिलते हैं। इन सब को समझने तथा इनका सम्यक् निदान प्राप्त करने के लिए व्यावसायिक पर्यावरण का अध्ययन आवश्यक हो जाता है। इसके अध्ययन के द्वारा इन समस्त जटिलताओं का निराकरण किया जा सकता है।
4. विभिन्न घटकों के आपसी प्रभावों का अध्ययन-व्यवसाय के प्रत्येक वर्ग उच्चावच की दर भिन्न होती है, अतः विभिन्न व्यवसायों के उच्चावचनों में अन्तर का होन स्वाभाविक है। सॉफ्टवेयर के क्षेत्र में यह दर तीव्रतम है और इस क्षेत्र में प्रतिस्पर्द्धा भी तीव्र है इसके विपरीत चीनी उद्योग, सीमेण्ट उद्योग आदि में यह दर न्यून है। इसके स्वाभाविक तथ अस्वाभाविक परिवर्तनों का ज्ञान प्राप्त करने के लिए व्यावसायिक पर्यावरण का अध्ययन काफी महत्त्वपूर्ण सिद्ध होता है।