Bcom 1st Year Fundamentals of Enterperneurship notes

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Bcom 1st Year Fundamentals of Enterperneurship notes

विषय सूची (Chapter wise)

1. उद्यमिता की अवधारणा

(Concept of Entrepreneurship)

1. अमिता से क्या आशय है। इसको विशेषताओं एवं प्रकृति की विवेचना कीजिए।

2. “उद्यमिता एक नवप्रवर्तनकारी कार्य है। यह स्वामित्व की अपेक्षा एक नेतृत्व कार्य है।” इस कथन की व्याख्या करते हुए उद्यमिता के विभिन्न स्वरूपों का वर्णन कीजिए।

3. क्या भारतीय सामाजिक प्रणाली में उद्यमिता के विकास में बाधा पहुंचाने वाले घटक अन्तनिहित है। इस कथन पर अपने विचार प्रकट कीजिये।

4 उद्यमिता के सम्बन्ध में विभिन्न विचारधारायें बताइये।

Bcom 1st Year Fundamentals of Enterperneurship notes

लघु उत्तरीय प्रश्न

1. उद्यमिता की निम्न अवधारणाओं को समझाइये

(i) नव प्रवर्तन की अवधारणा

(ii) मनौवैज्ञानिक प्रेरणा की अवधारणा

(iii) संगठन एवं समन्वय की अवधारणा

(iv) समूह प्रतिक्रियाशीलता की अवधारणा

(v) प्रबन्धकीय कौशल की अवधारणा

2. उद्यमी का परिचय(An Introduction of Entrepreneur)

1. उद्यमी से आप क्या समझते हैं, इसे परिभाषित कीजिए। उद्यमी की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन कीजिए।

2. “उद्यमी प्रबन्धक से बड़ा होता है। वह नवप्रवर्तक तथा प्रवर्तक दोनों ही है।” इस कथन का स्पष्ट करते हुए उद्यमी या साहसी के विभिन्न प्रकार बताइए।

3. एक सफल उद्यमी के विभिन्न गुणों का वर्णन कीजिए।

लघु उत्तरीय प्रश्न

1. नेतृत्व क्षमता से आप क्या समझते हैं ? नेतृत्व सम्बन्धी गुण क्या हैं?

2. जोखिम वहन क्षमता से क्या आशय है ? यह कितने प्रकार का होता है?

3. नियोजन को परिभाषित कीजिए। इसकी प्रमुख विशेषताएँ बताइये।

4. निर्णयन क्षमता से आप क्या समझते हैं?

5. उद्यमी तथा प्रबन्धक में अन्तर स्पष्ट कीजिए।

3. उद्यमिता में सामाजिक-आर्थिक वातावरण की भूमिका (Role of Social-Economic Environment in Entrepreneurship)

1. उद्यमिता के विकास में सामाजिक-आर्थिक वातावरण की भूमिका की विवेचना कीजिए।

2. STEP विश्लेषण से क्या आशय है? यह किन-किन कारकों से प्रभावित होता है?

3. मशीनों की कार्यक्षमता में समन्वय होना क्यों आवश्यक है? संयन्त्र अभिन्यास इन्जीनियरिंग के उपकरण बताइये।

लघु उत्तरीय प्रश्न

1. उद्यमिता के विकास हेतु अपने सुझाव दीजिये।

2. व्यावसायिक वातावरण बनाम उद्यमिता वातावरण

3. उत्पाद एवं प्रक्रिया अभिन्यास में अन्तर स्पष्ट कीजिये।

4. मिश्रित अभिन्यास से क्या आशय है?

4. उपक्रम की स्थापना तथा बाह्य वातावरण(Promotion of Venture and External Environment)

1.उपक्रम की स्थापना करते समय व्यवसायी को किन-किन महत्वपूर्ण अवस्थाओं का अध्ययन करना आवश्यक है ? विवेचना कीजिए।

2. आन्तरिक एवं बाह्य वातावरण से क्या अभिप्राय है? किस प्रकार किसी विशेष उद्योग को प्रभावित करता है?

3. संयन्त्र विन्यास से आप क्या समझते हैं ? संयन्त्र विन्यास को प्रभावित करने वाले घटकों को स्पष्ट कीजिए।

लघु उत्तरीय प्रश्न

1. राष्ट्रीय पर्यावरण (वातावरण) नीति के उद्देश्य बताइये।

2. बाह्य वातावरणीय छानबीन एवं विश्लेषण की तकनीकों को समझाइये।

5. नई इकाई की स्थापना हेतु वैधानिक आवश्यकतायें एवं कोष प्राप्ति के स्रोत (साहस पूँजी)[Legal Requirements for Establishment of a New Unitand Raising of Funds (Venture Capital)]

1. एक उद्यमी को किन किन स्रोतों से कोष की प्राप्ति होती है। विवेचना कीजिए।

2. साहस पूँजी से क्या आशय है ? इसकी प्रमुख विशेषताओं की विवेचना कीजिए।

3. निम्नलिखित समस्या में अनुकूलतम उपकार्य अनुक्रम एवं लगने वाला न्यूनतम समय ज्ञात कीजिये।

लघु उत्तरीय प्रश्न

1. साहस पूँजी के क्षेत्र की व्याख्या कीजिये।

2. एकल स्वामी, साझेदारी तथा निजी कम्पनी की तुलनात्मक व्याख्या कीजिए।

3. व्यावसायिक विचारों के स्रोत बताइये।

6. उद्यमीय व्यवहार, मनोवैज्ञानिक विचारधारा तथा सामाजिक उत्तरदायित्व (Entrepreneurial Behaviour, Psycho Theories and Social Responsibility)

1. “उद्यमी उद्योगों के विकास की धुरी है।” स्पष्ट कीजिये। क्या एक उद्यमी को लाभ कमाने के साथ-साथ सामाजिक उत्तरदायित्वों की भी पूर्ति करनी चाहिये।

2. उद्यमीय व्यक्तित्व को प्रभावित करने वाले मनोवैज्ञानिक लक्षणों की व्याख्या कीजिए।

लघु उत्तरीय प्रश्न

1. उद्यमिता व्यवहार पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।

2. सामाजिक उत्तरदायित्व की आवश्यकता एवं महत्व बताइये ।

3. सरकार एवं व्यवसाय का एक दूसरे के प्रति क्या उत्तरदायित्व है ?

4. भारतीय सन्दर्भ में उद्यमी के सामाजिक उत्तरदायित्व की प्रमुख विशेषताएँ बताइए।

5. सामाजिक उत्तरदायित्व को निभाने में आने वाली बाधाएँ कौन-सी हैं ?

7. उद्यमिता विकास कार्यक्रम एवं इसमें सरकार की आलोचनात्मक भूमिका (Entreprenurial Development Programme and critical Evolution of Government in its)

1. उद्यमिता विकास कार्यक्रम से क्या आशय है ? इसके महत्व व उद्देश्य बताइये। को समझाइये

2. उद्यमिता विकास कार्यक्रमों के संचालन में सरकार के योगदान

3. उद्यमिता विकास कार्यक्रम किन उद्देश्यों की पूर्ति के लिये बनायी जाती है ? इस सम्बन्ध में अपने सुझाव दीजिए।

4. “उद्यमिता विकास में जिला उद्योग केन्द्र की अहम भूमिका है।” इस कथन को स्पष्ट कीजिए।

5. खादी एवं कुटीर उद्योग बोर्ड का संगठन एवं कार्य बताइये।

लघु उत्तरीय प्रश्न

1. आई. एस. ओ. 9000 क्या है ?

2. भारत में उद्यमिता विकास कार्यक्रम के महत्वपूर्ण संस्थान कौन-कौन से हैं ?

3. आई. एस. ओ. और बी. आई. एस. में अन्तर स्पष्ट कीजिए।

8. उद्यमी की भूमिका (Role of Entrepreneur)

1. ‘उद्यमी की भूमिका’ से आप क्या समझते हैं ? उद्यमी के प्रमुख कार्यों का उल्लेख कीजिए।

2. “उद्यमिता नये सेजगारों के सृजन एवं सन्तुलित आर्थिक विकास के लिये आवश्यक है।” विवेचना कीजिये।

3. भारत की नई आयात-निर्यात नीति 2002-07 की क्या मुख्य विशेषतायें हैं?

4. आयात प्रतिस्थापन से क्या आशय है ? वर्तमान समय में भारत में आयात प्रतिस्थापन में क्या-क्या समस्यायें हैं एवं उन्हें दूर करने के लिये सुझाव दीजिये।

लघु उत्तरीय प्रश्न

1. नवाचार को परिभाषित करते हुये बताइए कि यह आविष्कार से किस प्रकार भिन्न है ?

2. उद्यमी एवं ‘नवप्रवर्तन’ पर अपने विचार प्रस्तुत कीजिये।

3. उद्यमिता एवं आयार्जन में क्या अन्तर है ?

5. उद्यमिता एवं स्वरोजगार में अन्तर बताइए।

4. देश में उद्योगों के न्यायपूर्ण वितरण की आवश्यकता क्यों हैं ?

6. टिप्पणी लिखिये-

(i) सामाजिक स्थिरता में उद्यमी की भूमिका

(ii) उद्योगों के सन्तुलित क्षेत्रीय विकास में उद्यमी की भूमिका

(iii) निर्यात संवर्द्धन एवं आयात प्रतिस्थापना में उद्यमी की भूमिका

(iv) विदेशी मुद्रा अर्जन में उद्यमी की भूमिका

(v) स्थानीय माँग में वृद्धि एवं उसकी पूर्ति में उद्यमी की भूमिका . .          

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