Bcom 3rd year Leverage

Bcom 3rd year Leverage Notes उत्तोलक (लीवरेज) का अर्थ एवं परिभाषा उत्तोलक (लीवरेज) शब्द यान्त्रिकी विज्ञान से लिया गया है। यह उत्तोलन (Lever) की क्रिया के कारण प्राप्त यान्त्रिक लाभ और प्रभावोत्पादकता को बतलाता है। उत्तोलन से आशय ऐसी स्थिति से है जिसमें कम बल लगाकर अधिक से अधिक वजन उठाया जा सकता है या … Read more

Bcom 3rd Year Dividend Policy pdf

Bcom 3rd Year Dividend Policy pdf लाभांश नीति लाभांश नीति की विवेचना करने से पूर्व लाभांश को समझना आवश्यक है। लाभांश (Dividend)-लाभांश कम्पनी के लाभों का वह भाग है जो अंशधारियों में वितरित किया जाता है, परन्तु कम्पनी द्वारा तब तक लाभांश घोषित नहीं किया जा सकता जब तक (i) कम्पनी में पर्याप्त लाभ न … Read more

Bcom 3rd Year Dividend Policy

Bcom 3rd Year Dividend Policy लाभांश नीति लाभांश नीति की विवेचना करने से पूर्व लाभांश को समझना आवश्यक है। लाभांश (Dividend)-लाभांश कम्पनी के लाभों का वह भाग है जो अंशधारियों में वितरित किया जाता है, परन्तु कम्पनी द्वारा तब तक लाभांश घोषित नहीं किया जा सकता जब तक (i) कम्पनी में पर्याप्त लाभ न हो, … Read more

Meaning of Capitalisation in Financial Management

Meaning of Capitalisation in Financial Management पूँजीकरण का अर्थ एवं परिभाषाएँ ) सरल शब्दों में, पूँजीकरण का अर्थ व्यवसाय के लिए आवश्यक पूँजी की मात्रा निर्धारित करने की क्रिया से है। परम्परागत विचारकों के अनुसार, पूँजीकरण के अन्तर्गत अंश-पूँजी, स्वामित्व कोष एवं अधिशेष तथा दीर्घकालीन ऋण अर्थात् केवल दीर्घकालीन पूँजी को ही शामिल किया जाता … Read more

Bcom 3rd year Capitalisation notes

Meaning and Definitions of Capitalisation पूँजीकरण का अर्थ एवं परिभाषाएँ ) सरल शब्दों में, पूँजीकरण का अर्थ व्यवसाय के लिए आवश्यक पूँजी की मात्रा निर्धारित करने की क्रिया से है। परम्परागत विचारकों के अनुसार, पूँजीकरण के अन्तर्गत अंश–पूँजी, स्वामित्व कोष एवं अधिशेष तथा दीर्घकालीन ऋण अर्थात् केवल दीर्घकालीन पूँजी को ही शामिल किया जाता है … Read more

Capital structure theories pdf

Capital structure theories pdf पूँजी संरचना पूँजी संरचना (पूँजी ढाँचा/पूँजी कलेवर) का अर्थ पूँजीकरण की राशि का विभिन्न प्रकार की प्रतिभूतियों जैसे समता अंश, पूर्वाधिकार अंश, ऋणपत्रों एवं बॉण्डों के बीच अनुपात निर्धारित करने से है । जब किसी कम्पनी का पूँजी ढाँचा निर्धारित किया जाता है तो प्रवर्तक यह निर्णय लेते हैं कि पूँजी … Read more