Bcom 2nd Year Motivaton Concept & Theories (Moslow, Herzberg, Megregor and Ouchi)

Bcom 2nd Year Motivaton Concept & Theories (Moslow, Herzberg, Megregor and Ouchi) अभिप्रेरणा  (Motivation) एक प्रबन्धक बिना यह जाने कि व्यक्तियों को क्या अभिप्रेरित करता है, अपने दायित्वों का सफलतापूर्वक निष्पादन नहीं कर सकता है। अतः व्यवसाय में अभिप्रेरण होना बहुत जरूरी है!  अभिप्रेरण शब्द ‘प्रेरण’ (Motive) से निकला है। प्रेरणाएँ मानवीय आवश्यकताओं की अभिव्यक्ति को … Read more

Bcom 2nd year leadership in hindi

Bcom 2nd year leadership in hindi नेतृत्व  (Leadership) नेतृत्व प्रबन्ध की आत्मा है । प्रबन्ध के लिये नेतृत्व गुणों को इतना अधिक महत्व दिया गया है कि अनेक बार लोगों को यह प्रतीत होने लगता है कि प्रबन्धक एवं नेता एक समान हैं। कूण्ट्ज एवं ओ’डोनेल ने प्रबन्ध में नेतृत्व की भूमिका दर्शाते हुए कहा … Read more

Bcom 2nd year leadership-Concept, styles and Theories

Bcom 2nd year leadership-Concept, styles and Theories नेतृत्व  (Leadership) नेतृत्व प्रबन्ध की आत्मा है । प्रबन्ध के लिये नेतृत्व गुणों को इतना अधिक महत्व दिया गया है कि अनेक बार लोगों को यह प्रतीत होने लगता है कि प्रबन्धक एवं नेता एक समान हैं। कूण्ट्ज एवं ओ’डोनेल ने प्रबन्ध में नेतृत्व की भूमिका दर्शाते हुए … Read more

Bcom 2nd Year Communication-Nature, Process, Network and Barris

Bcom 2nd Year Communication-Nature, Process, Network and Barris संचार या सम्प्रेषण  Commnication आधुनिक युग में प्रभावी सम्प्रेषण ही किसी भी व्यवसाय की सफलता का मूलमन्त्र है। सम्प्रेषण के द्वारा ही एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जाता है। दूसरे शब्दों में, “यह कहा जा सकता है कि आधुनिक युग की सफलता … Read more

Bcom 2nd Year Development of Management

Bcom 2nd Year Development of Management प्रबन्धकीय विचारधाराओं का विकास एवं संयोगिक दृष्टिकोण (Development of Management Thought and Contigency Approach)  प्रबन्ध के क्षेत्रों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण के प्रतिपादकों में फ्रांस के प्रसिद्ध उद्योगपति श्री हेनरी फेयोल का नाम अत्यन्त सम्मान के साथ लिया जाता है क्योंकि उनके जीवन का अधिकांश समय कुशल प्रबंधक के रूप में व्यतीत … Read more

Bcom 2nd Year Corporate Planning

Bcom 2nd Year Corporate Planning नियोजन का आशय  (Meaning of Planning) नियोजन’ का शाब्दिक अर्थ है किसी वांछित उद्देश्य की पूर्ति के लिए पहले से ही कार्यक्रम की रूपरेखा बनाना। नियोजन एक बौद्धिक प्रक्रिया है। सामान्य, अ५ मा का ह, कस करना है, किसे करना, कब करना है ? इन सब बातों का पूर्व निर्धारण … Read more